CERT-In और BITS पिलानी की साझेदारी: साइबर सुरक्षा में पेशेवर विकास कार्यक्रम की शुरुआत

भारत की साइबर सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (CERT-In) और बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS) पिलानी ने मिलकर साइबर सुरक्षा में पेशेवर विकास कार्यक्रम शुरू किया है।

यह पहल सरकारी, सार्वजनिक क्षेत्र और उद्योग के पेशेवरों के लिए डिज़ाइन की गई है, ताकि डिजिटल खतरों और साइबर चुनौतियों से निपटने के लिए कुशल मानव संसाधन तैयार किया जा सके।

कार्यक्रम का उद्देश्य और संरचना

8 सप्ताह का यह साइबर सुरक्षा कार्यक्रम BITS पिलानी के हैदराबाद परिसर में स्थित सेंटर फॉर रिसर्च एक्सीलेंस इन नेशनल सिक्योरिटी (CRENS) द्वारा संचालित किया जाएगा। CERT-In के मार्गदर्शन और तकनीकी सहयोगी रैपिफज़ (Rapifuzz) के साथ, यह कार्यक्रम उन पेशेवरों के लिए भी उपयुक्त है,

जिन्हें कोडिंग का कोई पूर्व अनुभव नहीं है। कार्यक्रम 19 जुलाई, 2025 से शुरू होगा और इसमें साइबर सुरक्षा के नवीनतम रुझानों, खतरे का विश्लेषण, और रीयल-टाइम खतरे से निपटने की तकनीकों पर ध्यान दिया जाएगा।

CERT-In के महानिदेशक डॉ. संजय बहल ने कहा, “भारत की साइबर लचीलापन न केवल स्वदेशी तकनीकों के उपयोग और विकास में निहित है, बल्कि एक कुशल और गतिशील प्रतिभा पूल के निर्माण में भी है, जो डिजिटल और क्वांटम युग की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो।”

इस साझेदारी का उद्देश्य उद्योग की मांगों और शैक्षणिक उत्कृष्टता के बीच एक मजबूत तालमेल स्थापित करना है, ताकि पेशेवरों को साइबर सुरक्षा में अत्याधुनिक विशेषज्ञता प्रदान की जा सके।

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कार्यक्रम की विशेषताएं

विशेषताविवरण
अवधि8 सप्ताह
प्रारूपऑनलाइन और ऑफलाइन (हाइब्रिड मॉडल)
प्रमुख विषयसाइबर खतरे का विश्लेषण, नेटवर्क सुरक्षा, एथिकल हैकिंग, डेटा गोपनीयता
प्रमाणनCERT-In और BITS पिलानी द्वारा सह-ब्रांडेड साइबर सुरक्षा में पेशेवर विकास प्रमाणपत्र
लक्षित समूहसरकारी कर्मचारी, PSU कर्मचारी, उद्योग के पेशेवर
कोडिंग अनुभवआवश्यक नहीं
प्रारंभ तिथि19 जुलाई, 2025
संचालनBITS पिलानी (CRENS), रैपिफज़ के साथ

राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान

CERT-In, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 70B के तहत भारत की साइबर घटना प्रतिक्रिया के लिए राष्ट्रीय एजेंसी के रूप में नामित है। यह संगठन साइबर हमलों की रोकथाम, रीयल-टाइम खतरे के शमन, और सुरक्षा गुणवत्ता प्रबंधन सेवाओं के माध्यम से भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

BITS पिलानी के समूह उप-कुलपति प्रोफेसर वी. रामगोपाल राव ने कहा, “हम साइबर सुरक्षा को केवल एक तकनीकी चुनौती के रूप में नहीं, बल्कि राष्ट्रीय प्राथमिकता के रूप में देखते हैं। यह कार्यक्रम शिक्षा, उद्योग और सरकार के बीच सहयोग का एक शक्तिशाली उदाहरण है।”

क्यों है यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण?

आज के युग में, जहां साइबर हमले और डेटा उल्लंघन की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, भारत को अपनी डिजिटल संपत्तियों की सुरक्षा के लिए कुशल पेशेवरों की आवश्यकता है। यह कार्यक्रम न केवल तकनीकी कौशल प्रदान करता है, बल्कि रणनीतिक सोच और जोखिम प्रबंधन की क्षमता भी विकसित करता है।

इसके अतिरिक्त, यह पहल भारत सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के अनुरूप है, जो स्वदेशी तकनीकों और मानव संसाधनों के विकास पर जोर देती है। कार्यक्रम में शामिल होने वाले प्रतिभागियों को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में नवीनतम उपकरणों और तकनीकों से परिचित कराया जाएगा, जिसमें क्लाउड सुरक्षा, क्रिप्टोग्राफी, और साइबर फोरेंसिक्स जैसे उन्नत विषय शामिल हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. इस कार्यक्रम में कौन भाग ले सकता है?

यह कार्यक्रम सरकारी कर्मचारियों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs), और उद्योग के पेशेवरों के लिए खुला है। कोडिंग अनुभव की कोई आवश्यकता नहीं है।

2. क्या यह कार्यक्रम ऑनलाइन उपलब्ध है?

हां, यह कार्यक्रम हाइब्रिड मॉडल में उपलब्ध है, जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प शामिल हैं।

3. प्रमाणपत्र का क्या महत्व है?

प्रमाणपत्र CERT-In और BITS पिलानी द्वारा सह-ब्रांडेड है, जो इसकी राष्ट्रीय और शैक्षणिक विश्वसनीयता को दर्शाता है।

4. क्या इस कार्यक्रम में गैर-तकनीकी पृष्ठभूमि वाले लोग शामिल हो सकते हैं?

हां, यह कार्यक्रम गैर-तकनीकी पेशेवरों के लिए भी डिज़ाइन किया गया है और इसमें बुनियादी से उन्नत स्तर तक के विषय शामिल हैं।

निष्कर्ष

CERT-In और BITS पिलानी की यह साझेदारी भारत की साइबर सुरक्षा रणनीति को मजबूत करने की दिशा में एक मील का पत्थर है। यह कार्यक्रम न केवल पेशेवरों को साइबर खतरों से निपटने के लिए तैयार करता है, बल्कि भारत को डिजिटल युग में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करने में भी योगदान देता है। यदि आप साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं, तो यह आपके लिए एक सुनहरा अवसर है।

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