CoinDCX पर 378 करोड़ का साइबर अटैक: यूज़र्स के फंड्स सुरक्षित, जानें कैसे बचें क्रिप्टो स्कैम से!

भारत के प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज CoinDCX एक बड़े साइबर हमले का शिकार हुआ है, जिसमें 378 करोड़ रुपये ($44.2 मिलियन) की चोरी हुई है। यह हमला 19 जुलाई 2025 को सुबह 4 बजे एक पार्टनर एक्सचेंज पर मौजूद इंटरनल ऑपरेशनल अकाउंट पर हुआ।

हालांकि, कंपनी ने स्पष्ट किया है कि ग्राहकों के फंड्स पूरी तरह सुरक्षित हैं और नुकसान की भरपाई उनके ट्रेजरी रिजर्व से की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म्स की साइबर सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। आइए, इस घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि आप अपने क्रिप्टो निवेश को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।

क्या हुआ CoinDCX के साथ?

19 जुलाई 2025 को सुबह 4 बजे, CoinDCX के सिक्योरिटी सिस्टम ने एक अनधिकृत एक्सेस को डिटेक्ट किया। हैकर्स ने एक पार्टनर एक्सचेंज पर मौजूद कंपनी के ऑपरेशनल अकाउंट को निशाना बनाया, जो लिक्विडिटी प्रोविजनिंग के लिए इस्तेमाल होता था।

ब्लॉकचेन एनालिस्ट ZachXBT ने सबसे पहले इस हमले को उजागर किया, जिसके बाद कंपनी ने इसे सार्वजनिक किया। हैकर्स ने Solana-Ethereum ब्रिज और Tornado Cash जैसे क्रिप्टो मिक्सर का इस्तेमाल कर फंड्स को ट्रांसफर किया, जिसमें 4,443 ETH और 155,830 SOL शामिल थे।

CoinDCX के सह-संस्थापक सुमित गुप्ता और नीरज खंडेलवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बयान जारी कर कहा कि ग्राहकों के वॉलेट्स पर कोई असर नहीं पड़ा है। कंपनी ने प्रभावित अकाउंट को तुरंत अलग कर दिया और Web3 ट्रेडिंग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया, जो अब फिर से शुरू हो चुका है।

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CoinDCX की प्रतिक्रिया और उपाय

कंपनी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए निम्नलिखित कदम उठाए:

  • प्रभावित अकाउंट को अलग किया: हैकिंग से प्रभावित ऑपरेशनल अकाउंट को तुरंत फ्रीज कर दिया गया।
  • CERT-In को सूचित किया: भारतीय साइबर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) को घटना की जानकारी दी गई।
  • साइबर सिक्योरिटी एजेंसियों के साथ जांच: दो वैश्विक साइबर सिक्योरिटी फर्म्स के साथ मिलकर जांच शुरू की गई।
  • बग बाउंटी प्रोग्राम: कंपनी जल्द ही एक बग बाउंटी प्रोग्राम लॉन्च करेगी, जिसमें एथिकल हैकर्स को सिस्टम की कमजोरियों को उजागर करने के लिए रिवॉर्ड दिया जाएगा।

कंपनी ने यह भी बताया कि INR निकासी सामान्य रूप से चल रही है:

  • 5 लाख रुपये से कम की निकासी: 5 घंटे के भीतर।
  • 5 लाख रुपये से अधिक की निकासी: 72 घंटे के भीतर।

क्रिप्टो सिक्योरिटी पर सवाल

यह घटना भारत में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर दूसरा बड़ा हमला है। पिछले साल, WazirX को 1,965 करोड़ रुपये ($230 मिलियन) का नुकसान हुआ था, जो भारत का अब तक का सबसे बड़ा क्रिप्टो हैक था। इस तरह की घटनाएं क्रिप्टो सेक्टर में साइबर सिक्योरिटी की कमजोरियों को उजागर करती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स को ज़ीरो-ट्रस्ट आर्किटेक्चर, मल्टी-लेयर सिक्योरिटी, और रियल-टाइम मॉनिटरिंग को अपनाने की जरूरत है।

पॉलीगॉन लैब्स के ग्लोबल हेड ऑफ पेमेंट्स, ऐश्वर्य गुप्ता ने कहा, “यह घटना एक चेतावनी है कि कोई भी प्लेटफॉर्म साइबर खतरों से पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। रियल-टाइम मॉनिटरिंग और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट ऑडिट्स की जरूरत है।”

क्रिप्टो स्कैम से बचने के उपाय

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले, इन उपायों को अपनाकर आप अपने फंड्स को सुरक्षित रख सकते हैं:

  1. केवल रजिस्टर्ड एक्सचेंज का इस्तेमाल करें: भारत में FIU (Financial Intelligence Unit) के साथ रजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म्स जैसे CoinDCX चुनें।
  2. कोल्ड वॉलेट्स का उपयोग: अपने क्रिप्टो फंड्स को ऑफलाइन कोल्ड वॉलेट्स में स्टोर करें।
  3. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA): अपने अकाउंट में 2FA और मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें।
  4. फिशिंग से बचें: संदिग्ध लिंक्स या ईमेल पर क्लिक न करें।
  5. नियमित ऑडिट्स: उन प्लेटफॉर्म्स को चुनें जो नियमित सिक्योरिटी ऑडिट्स और ISO 27001 सर्टिफिकेशन रखते हों।
  6. पैनिक सेलिंग से बचें: हैकिंग की खबरों के बाद घबराहट में बिक्री न करें, क्योंकि इससे नुकसान हो सकता है।

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